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Friday, February 26, 2010

Congress electoral fortune good: Harsh Vardhan Singh


Interview Congress MP Harshwardhan Singh , Posted On: 21-Feb-2010 08:29:32 By: Shiv Prakash Gaur www.mynews.in

Maharajganj (UP):Stating that it was the plank of development, which gave the Congress led United Progressive Alliance a second term in the Parliament, senior party leader and local MP today said that sure about the party’s electoral fortune.

Congress MP Harsh Vardhan Singh said that it was the loan waiver scheme and the implementation of the National Rural Employment Guarantee Act that did the trick for the party, as it improved its tally the politically crucial state of Uttar Pradesh.

“Not that NREGA did something phenomenal like creation of jobs, it actually arrested the migration of village people to the cities, who earlier used to go for the search of jobs, in order to earn their livelihood,” Singh said.

“The prevailing under-currents in the state gave enough indication to us that we will not end on the losing side, and the poll results proved it, as the Congress bagged maximum seats from eastern part of the state,” the Congress MP said.

When asked about the party’s recent poor performance in the recent assembly by-polls in UP, where it managed to win only one seat, Singh said that though the party did not perform as per the expectations, the vote share of the party has enhanced.

On drawing his attention towards the fact that three union ministers had campaigned for the party’s candidates in UP, the MP said, that even union minister of state for transport RPN Singh had lost the assembly segment of Padrauna in the recently held Lok Sabha polls.

The Congress leader also criticised the Mayawati government for the deteriorating law and order situation in the state and said that only Congress can bring a new lease of life into the state in form of development.

When asked why is UP’s representation in the union ministry is thin after it gave a surprise result, the MP said that it is the prerogative of the Prime Minister to decide on the ministry size, but he also exuded confidence that the state’s representation in the Central ministry may go up.

बिहार से गुजरे बगैर नहीं जा सकते उत्तर प्रदेश के सोहगीबरवा गांव में

प्रकाशन तरीख : 18-Feb-2010 08:08:38 द्वारा: शिव प्रकाश गौर
www.merikhabar.com

महाराजगंज, उत्‍तर प्रदेश: नेपाल की सीमा से लगे हुए उत्‍तर प्रदेश के महाराजगंज जिला और इस जिले का गांव सोहगीबरवा विडंबनाओं का पिटारा है। ब्‍लॉक मुख्‍यालय निचलौल व जिला मुख्यालय महाराजगंज पहुंचना हो या फिर सोहगीबरवा गांव में, बिहार की सीमा में प्रवेश करने के सिवा कोई रास्ता नही। बिहार प्रदेश के रास्ते पहले पड़ोसी जिले कुशीनगर में आने के बाद ही महाराजगंज और सोहगीबरवा में पदार्पण सम्भव है। इसके अलाव, कोई दूसरा विकल्‍प नहीं है।

बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, संचार सहित आवश्यक इंसानी आवश्यकताओं का अभाव सोहगीबरवा गांव की पहचान बन चुका है। इस गांव का कोई भी ब्यक्ति सरकारी सेवा में नही हैं। जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों की निगाहों के सामने सोहगीबरवा गांव मानवीय संसाधनों के अभाव में प्राचीन काल का एक पुरातात्विक स्‍थान बन कर रह गया है। विद्यालय और पुलिस थाना भी यहां औपचारिक रूप से ही हैं। सजायाफ्ता की तैनाती से विद्यालय और थाना इस इलाके का आर्दश हैं! अंग्रेजी दासता को सजाए सोहगीबरवा गांव आजाद हिन्दुस्तान का राष्ट्रीय धरोहर बनकर रह गया है! ढिबरी की टिम-टिमाहट में इस गांव के सांयकालीन सौन्दर्य की कल्पना पौराणिक गाथाओं की याद ताजा कर देती है!

महाराजगंज के विकास खण्ड निचलौल के इस पिछड़े गांव की आबादी 15 हजार है। लेकिन, जंगल का समीपवर्ती गावं होने के चलते यहां के लोगों की जीवन चर्या जनजातीय समुदायों जैसी है और पालन-पोषण व आजीविका के साधन भी वैसे ही हैं, जबकि जबकि आजादी मिले 62 साल गुजर चुके हैं।

सोहगीबरवा की भौगोलिक स्थिति भी काफी प्राकृतिक है। नारायणी नदी के दियारा में बसे टापू जैसे इस गांव को बरसात का मौसम और र्दुगम बना देता है। तीन तरफ से नारायणी और रोहुआ पहाड़ी नाले के जल समागम और चौथी तरफ जंगल से घिरा यह गांव बरसात में अलग-थलग पड़ जाता हें। किन्तु, इसे पर्यटन स्‍थल का भी दर्जा नही मिला, वरना इस गांव के लोगों को एक आर्थिक सहारा मिलता, साथ ही विकासशील पर्यटकों के दर्शन लाभ से आचार-विचार में बदलाव की दिशा भी मिलती। संचार क्रांति का फायदा इस गांव के लोग बिहार जाकर उठा पाते हैं। इसके लिए लोग बिहार राज्‍य में जाते हैं और फिर एसटीडी कोड लगा कर अपने जिले में बात कर पाते हैं।

ग्रामीण बिद्युतीकरण के अभियंताओं ने यहां बिद्युतीकरण की संभावनाओं से साफ इंकार कर दिया है। न जाने क्यूं उत्तर प्रदेश की दलित हमर्दद सरकार और केन्द्र की यूपीए सरकार के विकास अथवा कल्याणकारी कार्यक्रमों से यह गांव अब तक अछूता है, जबकि इस गांव में पंचायत के चुने हुए नुमाइन्दे से लेकर जिले में प्रमुख, जिला पंचायत, विधायक, सांसद कार्यपालिका, न्यायपालिका सभी हैं।

महाराजगंज के जिलाधिकारी विनय कुमार श्रीवास्तव से मिलकर जब इस सम्बन्ध में जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने भी इस कड़वी सच्चाई पर दुख व्यक्त किया। जिलाधिकारी ने कहा कि उन्‍होंने सोहगीबरवा गांव में ‘नेडा’ को सोलर लाइट लगाने को कहा हैं। बिहार और नेपाल के समीपवर्ती क्षेत्र में ऐसे तमाम गांव हैं, जिन्हें विकसित करने की योजना बनायी गयी है, जिसमें सोहगीबरवा गांव भी शामिल है।

यहां के मौजूदा सांसद हर्षवर्द्धन सिंह ने एक मुलाकात में कहा कि महाराजगंज जिले में सड़कों, संचार माध्‍यमों, बाढ़ नियंत्रण, विद्युतीकरण एवं इलाके के आर्थिक विकास का केंद्र साकार ने संज्ञान लिया है। शीघ्र ही विशेष पैकेज लाकर इस जिले के पिछड़े क्षेत्रों को विकसित किया जायेगा।

सोहगीबरवा गांव के प्रधान का रोना है कि आजाद भारत की तस्वीर आज तक हमारे गांव के लोग देख नही पाये हैं, इसीलिए गांव के लोग अपनी पुरानी संस्कृति को ही भारत का सच मानकर अपने दिल में बिठाए हुए हैं!

भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सोनौली आव्रजन कार्यालय बनेगा हाईटेक


महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के भारत-नेपाल सीमा पर देश के सबसे बडे स्थलीय आव्रजन कार्यालय सोनौली को हाईटेक बनाने काम शुरु हो गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसारदिल्ली ब्यूरो आफ इमीग्रेशनएवंसूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकारके संयुक्त प्रयास से यह कार्यालय पूरी तरह आधुनिक बनाया जा रहा है। इस कार्यालय को कंप्यूटर तथा इंटरनेट सुविधा से लैस कर दिया गया है।


सोनौली के चीफ पोस्ट आफिसर यादवेंद्र दुबे ने बताया कि 10 नये स्टाफ की तैनाती का निर्णय उच्चाधिकारियों ने लिया है। उसमें से कुछ स्टाफ ने आकर अपना कार्यभार संभाल लिया है और कुछ शीघ्र ही आने वाले है।

दुबे ने आगे बताया कि इंटरनेट की सुविधा हो जाने से आने-जाने वाले हर विदेशी की गहन जांच का काम अब और सही तरीके से हो रहा है। आव्रजन कार्यालय के लिये नये भवन का निर्माण भी प्रस्तावित है।